Skilling and Digital day : 22 जुलाई से लेकर 28 जुलाई तक समस्त राज्य के विद्यालयों में शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाना है। इस हेतु प्रतिदिन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करवाए जाने हैं। शिक्षा सप्ताह की शुरुआत 22 जुलाई सोमवार से शुरू होंगे व अंतिम तिथि 28 जुलाई रविवार तय की गई है। शिक्षण सप्ताह के प्रतिदिन की थीम इस प्रकार रखी गई है-
- 22 जुलाई टीएलएम अर्थात टीचर लर्निंग मटेरियल दिवस।
- 23 जुलाई जीएलएन FLN अर्थात फाऊंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी।
- 24 जुलाई स्पोर्ट्स डे।
- 25 जुलाई कल्चरल डे।
- 26 जुलाई स्केलिंग और डिजिटल डे।
- 27 जुलाई इको क्लब और मिशन लाइफ डे।
- 28 जुलाई कम्युनिटी इंवॉल्वमेंट डे।
Skilling and Digital day
स्केलिंग में डिजिटल डे के दिन विद्यार्थियों के स्किल को परखना है। विद्यार्थियों को अपने ज्ञान कौशल का उपयोग करते हुए विभिन्न रचनात्मक कार्य करवाने हैं। विद्यार्थी को मिट्टी के द्वारा रचनात्मक स्वतंत्रता देने से विद्यार्थी अपनी पसंद के ज्यामिति आकार, बर्तन या आकृतियों का निर्माण कर सकता है। विद्यार्थियों को अपनी स्किल का उपयोग देते हुए उन्हें ग्रीटिंग कार्ड के माध्यम से विशिष्ट अवसर जैसे जन्मदिन उत्सव समारोह व विवाह जैसे शुभकामनाएं कार्ड बनाना जैसे कौशल का विकास करवाना है। छात्र स्वयं से पुराने कार्ड सेट व अन्य घरेलू सामग्रियों के माध्यम से विभिन्न दर्शनीय वस्तु बना सकते हैं।
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मिट्टी की करामात
हमारे पूर्वज वर्षों से मिट्टी का उपयोग करते आए हैं। मिट्टी से अलग-अलग चीज बना सकते हैं। मिट्टी से सामग्री बनाना एक अद्भुत कला है। मिट्टी के खिलौने बनाना विद्यार्थियों को न केवल रचनात्मक और उपयोगी कौशल प्रदान करने में मदद करता है, बल्कि उन्हें प्राकृतिक सामग्री के साथ खेलने का अनुभव भी प्रदान करता है।
उद्देश्य
- मिट्टी से खिलौने बनाना सीख सकेगें।
- मिट्टी से बने बर्तनों एवं खिलौनो से परिचित हो सकेगें।
- व्यावसायिक एवं कला के दृष्टिकोण से मिट्टी की उपयोगिता समझ सकेगें।
सामग्री
चिकनी मिट्टी, पानी, धातु का तार, रंग, ब्रश, पॉलीथीन ।
विधि
मिट्टी तैयार करना- 4 से 5 विद्यार्थियों का समूह बनाकर किसी बर्तन में मिट्टी छानने के लिए दे। छानी हुई मिट्टी में आवश्यकता अनुसार पानी मिलाकर आटे की तरह गुटकर कुछ घंटे के लिए पॉलिथीन से ढक कर रखने के लिए कहें। ऐसा करने से कुछ समय बाद मिट्टी का लचीला पेस्ट तैयार हो जाएगा।
खिलौने बनाना- विद्यार्थियों को तैयार मिट्टी के पेस्ट से कुछ मात्रा में मिट्टी अभ्यास के लिए दे देनी है और उन्हें अपनी पसंद के ज्यामिति जाकर खिलौने छोटे बर्तन बनाने को कहें प्रारंभ में अध्यापक स्वयं कुछ खिलौने या आकर बना करके विद्यार्थियों को दिखाएं बड़े खिलौने या आकृतियां बनाने के लिए धातु के तार का ढांचा बनाकर उपयोग में लिया जा सकता है। अच्छी तरीके से मिट्टी के जाने पर विभिन्न रंगों का उपयोग किया जा सकता है। विद्यार्थी को अपनी पसंद के रंगों से खिलौने को चित्रित करने का अवश्य प्रदान करें।
ग्रीटिंग कार्ड बनाना
ग्रीटिंग कार्ड विशेष अवसर जैसे जन्मदिन, विवाह, उत्सव अन्य समारोह में शुभकामनाएं देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम रहा है। यह कार्ड सामान्यतः किसी रंगीन का कार्ड सीट से बनाए जाते रहे हैं। इन पर विशिष्ट छवि आकृति या अन्य चित्रों का प्रयोग किया जाता है। इन ग्रीटिंग कार्ड का निर्माण हम बड़ी ही आसानी से पुराने कार्ड, सीट, चार्ट, अन्य घरेलू सामग्री के उपयोग से कर सकते हैं।
उद्देश्य
- अनुपयोगी कार्ड, पेपर के माध्यम से उपयोगी सामग्री का निर्माण कर सकेगें।
- विद्यार्थियों की रचनात्मकता में अभिवृद्धि करना।
सामग्री
चार्ट पेपर या कार्ड शीट व अन्य निमंत्रण कार्ड, गोंद, रंगीन कागज, स्केच कलर, पेंसिल, कैंची।
विधि
- सबसे पहले आवश्यकतानुसार चार्ट पेपर या कार्ड शीट का आयताकार टुकड़ा काट लें और बीच में से फोल्ड करें ताकि एक दोहरी सतह का कार्ड बनें।
- पुरानी मेगजीन या पैकिंग आदि के बॉक्स से सुन्दर डिजाइन आदि काट कर ग्रीटिंग कार्ड के बाहरी भाग पर चिपका सकते है।
- अपने कार्ड को और भी आकर्षक बनाने के लिए रंगीन कागज के छोटे फूल या डिजाइन काटकर उन्हें ग्रीटिंग कार्ड पर चिपका दें।
- स्पेशल स्टिकर्स और इमोजी, ग्लिटर पेन का उपयोग भी कर सकते है।
- अपनी भावनाओं को सही ढ़ग से व्यक्त करने के लिए सुन्दर राइटिंग में स्केच कलर से ग्रीटिंग कार्ड में कोई विशेष सन्देश लिखें।
- इस प्रकार आपका ग्रीटिंग कार्ड बनकर तैयार हो जायेगा जिसे आप अपने प्रियजनों के साथ साझा करें जो उनके लिए एक अद्वितीय और व्यक्तिगत तोहफा बन सकता है।